ब्रिटेन में पीएम ऋषि सुनक की पार्टी की संसदीय चुनाव में करारी हार
खरी खरी डेस्क
लंदन, 5 जुलाई। ग्रेट ब्रिटेन के संसदीय चुनावों में सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी की करारी पराजय हुई है और प्रधानमंत्री ऋषि सुनक सरकार से बाहर हो गए। मुख्य विपक्षी दल लेबर पार्टी करीब 14 साल बाद सरकार में वापस लौटी है। लेबर पार्टी ने ब्रिटेन के आम चुनाव में ऐतिहासिक बहुमत हासिल किया है। ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री निवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट छोड़ते समय देश से माफी मांगी और शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री और पार्टी नेता दोनों पदों से इस्तीफा दे दिया।
ब्रिटेन में 650 संसदीय सीटों के लिए 4 जुलाई 2024 को मतदान हुआ। ये चुनाव यूनाइटेड किंगडम के सभी हिस्सों इंग्लैंड, उत्तरी आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स में हुए। 5 जुलाई को ब्रिटेन चुनाव के नतीजे घोषित किए जा रहे हैं। इन चुनावों में कुल 392 पंजीकृत पार्टियां रहीं लेकिन मुख्य मुकाबला ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव और मुख्य विपक्षी नेता कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी के बीच हुआ। अब तक 650 में से 648 सीटों के नतीजे घोषित हो गए हैं। पार्टीवार नतीजे देखें तो विपक्षी लेबर पार्टी ने 412 सीटें जीत ली हैं। वहीं मौजूदा सत्ताधारी दल कंजर्वेटिव महज 121 सीटें जीती है। वहीं अन्य छोटे दलों की बात करें तो लिबरल डेमोक्रेट्स ने 71, स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) 9, सिन फेन 7, डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी (डीयूपी) 5 और रिफॉर्म पार्टी ने 4 सीटें जीती हैं। हालांकि, एक सीट पर पुनर्मतगणना के कारण चुनाव का अंतिम परिणाम शनिवार की सुबह तक घोषित नहीं किया जाएगा।
ब्रिटेन में पिछले 14 साल से कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार है। हालांकि, ये वर्ष राजनीतिक दृष्टिकोण से उथल-पुथल से भरे रहे हैं और पिछले आठ वर्षों में पांच कंजर्वेटिव प्रधानमंत्रियों ने ब्रिटेन की सत्ता संभाली है। आज आए नतीजों से साफ पता चलता है कि कंजर्वेटिव के खिलाफ तीव्र सत्ता विरोधी लहर थी जिसमें बड़े-बड़े दिग्गज बह गए। इस चुनाव में सत्ताधारी कंजर्वेटिव ने काफी प्रचार किया था लेकिन नतीजों में इसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। इन नतीजों ने टोरीज (कंजर्वेटिव पार्टी का चर्चित नाम) को विपक्ष में बैठा दिया है। कंजर्वेटिव के एक से बड़े एक नेता इस चुनाव में परास्त होते गए। उत्तरी इंग्लैंड और मिडलैंड्स क्षेत्र की सीटों पर लेबर और रिफॉर्म पार्टी के हाथों कंजर्वेटिव का सफाया हो गया। उधर दक्षिणी इंग्लैंड के समृद्ध क्षेत्रों में लिबरल डेमोक्रेट्स के हाथों पार्टी का सफाया हो गया, जहां पहले दशकों तक इसका कब्जा था। कई हाई-प्रोफाइल हस्तियां और सत्ता के 14 साल के दौर के चेहरे अपनी सीटें खो बैठे। पेनी मोरडेंट, जैकब रीस-मोग, रॉबर्ट बकलैंड, एलेक्स चाक और अन्य को बड़े नेताओं को अपनी सीटों पर करारी हार मिली। निवर्तमान वित्त मंत्री जेरेमी हंट मुश्किल से ही अपनी सीट बचा सकीं। और सबसे सनसनीखेज हार आखिर तक बची रही। पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस अपनी पहले की अति-सुरक्षित सीट हार गईं। इस ब्रिटिश चुनाव से पहले, इस शताब्दी में केवल तीन कैबिनेट मंत्रियों ने अपनी सीट खोई थी और वे सभी लिबरल डेमोक्रेट के थे, जो कंजरवेटिव के साथ गठबंधन में सरकार का हिस्सा थे।जनवरी 2023 में सुनक ने ब्रिटिश लोगों के सामने पांच प्राथमिकताओं के साथ अपना प्रस्ताव रखा था। इसमें मुद्रास्फीति को कम करना, अर्थव्यवस्था को बढ़ाना, कर्ज कम करना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा एनएचएस से मुद्दे को हल करना और अवैध प्रवासियों को रोकना। उस समय उनकी महत्वाकांक्षा की कमी की आलोचना इन पांच वादों के लिए की गई थी। जब तक सुनक ने आम चुनाव की घोषणा की, तब तक केवल मुद्रास्फीति ही लक्ष्य से नीचे थी।